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Showing posts from December, 2018

अभी नहीं बदलेगा DTH रिचार्ज का नियम, TV दर्शकों को राहत

अगर आप TV रिचार्ज के नए नियम को लेकर परेशान हैं तो आपको इस खबर से राहत मिलने वाली है. दरअसल, दूरसंचार नियामक ट्राई ने उपभोक्ताओं को नई नियामक व्यवस्था के तहत चैनल चुनने के लिए एक महीने यानी 31 जनवरी तक का समय दिया है. इससे पहले ट्राई के नए नियम 29 दिसंबर से लागू होने वाले थे लेकिन प्रसारकों और डीटीएच ऑपरेटर्स की अपील के बाद 1 महीने का समय दिया गया है. ट्राई के सचिव एस के गुप्ता ने कहा, ‘हमने गुरुवार को प्रसारकों, डीटीएच ऑपरेटरों और एमएसओ (मल्टी-सिस्टम ऑपरेटरों) के साथ एक बैठक की.  सभी ने नए नियमों को लागू करने की अपनी तत्परता की पुष्टि की.  हालांकि, उन्होंने अनुरोध किया कि ग्राहकों को कुछ और समय दिया जाए ताकि वे सुगम और व्यवधान मुक्त सेवा के लिए विकल्पों का चयन कर सकें.  ’ क्‍या है नया नियम? दरअसल, अभी तक ये होता है कि आपको एक 250 रुपये से 300 रुपये तक का एक मासिक प्‍लान रिचार्ज कराना होता था और इसमें आपकी पसंद और नापसंद के कई चैनल मिलते थे. इसके अलावा आपके कई ऐसे भी पसंदीदा चैनल होते थे जिन्‍हें देखने के लिए अतिरिक्‍त कीमत चुकानी पड़ती थी . लेकिन ट्राई के नए नियम के बाद यूजर

नेपाल के भारतीय नोट बैन करने से कौन हैं परेशान? - ग्राउंड रिपोर्ट

भारत और नेपाल भौगोलिक रूप से भले दो संप्रभु देश हैं, लेकिन दोनों देशों के नागरिकों के बीच भावनात्मक संबंधों में कोई सरहद नहीं है. दोनों देशों के लोगों के बीच इतनी क़रीबी है तो सरकारें वैसे फ़ैसले क्यों लेती हैं जिनसे लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है. सुबह का वक़्त है. जगह, नेपाल और भारत की सीमा बीरगंज. बिहार के रक्सौल से नेपाल जाने वाले गेट के पास सुबह ट्रकों की लंबी क़तार दूर से दिख रही है. माल से लदे इन ट्रकों के बीच फूलों से सजी छोटी-छोटी कारें भी हैं. इन कारों में बैठे हैं बीती रात शादी कर एक-दूसरे के हुए दूल्हा और दुल्हन. बिहार में रक्सौल सीमा से नेपाल की औद्योगिक राजधानी कहे जाने वाले बीरगंज में मेरे साथ जा रहे स्थानीय पत्रकार अभिषेक पांडे कहते हैं, "दोनों देशों के बीच रोटी और बेटी का संबंध है. यानी, न सिर्फ़ व्यापार बल्कि एक जैसी सामाजिक संरचना, परंपरा, धर्म, रहन-सहन, और बोली के कारण दोनों देशों के बीच शादी-ब्याह का भी संबंध है." बिहार के रक्सौल और नेपाल के बीरगंज के बीच एकदम सीमा पर स्थित शंकराचार्य द्वार से चाहे भारत से नेपाल जाना हो या नेपाल से भारत आना

खाद्य वस्तुओं की कीमतें घटने से नवंबर में थोक महंगाई 4.64% रही, पिछले 3 महीने में सबसे कम

नवंबर में थोक महंगाई दर घटकर 4.64% रह गई। यह पिछले 3 महीने में सबसे कम है। इससे पहले अगस्त में यह दर 4.53% थी। अक्टूबर में थोक महंगाई दर 5.28% रही थी। नवंबर में सब्जियां 27% सस्ती हुईं सब्जियों और खाने-पीने की दूसरी वस्तुओं की कीमतों में गिरावट की वजह से नवंबर में थोक महंगाई दर में कमी आई। नवंबर में खाद्य वस्तुएं 3.31% सस्ती हुईं। अक्टूबर में 1.49% सस्ती हुई थीं । सब्जियों की थोक कीमतों में नवंबर में 26.98% कमी आई। अक्टूबर में सब्जियां 18.65% सस्ती हुई थीं। उधर, फ्यूल एंड पावर बास्केट की कीमत में 16.28% का इजाफा हुआ। अक्टूबर में इसमें 18.44% की बढ़ोतरी हुई थी। आलू की कीमतों में पिछले महीने 86.45% की बढ़ोतरी हुई। जबकि, प्याज 47.60% और दालें 5.42 सस्ती हुईं। अक्टूबर में आलू 93.65% महंगा हुआ था। जबकि, प्याज की कीमतें 31.69% कम हुई थीं। थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) थोक महंगाई का इंडेक्स है। डब्ल्यूपीआई में शामिल वस्तुएं अलग-अलग वर्गों में बांटी जाती हैं। थोक बाजार में इन वस्तुओं के समूह की कीमतों में हर बढ़ोतरी का आंकलन थोक मूल्य सूचकांक के जरिए होता है। नवंबर में खुदरा